सारण के अजय यादव ने उठाया कोरोना पीड़ितों का बीड़ा,कोई भूखा ना रहे के संकल्प अपने जीवन का धेय्य बनाया

कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉक डाउन से बिहार से बाहर फंसे हुए प्रवासी मजदूर जो प्रतिदिन कमाते- खाते है, उनके जीवन- शैली पर बहुत ज्यादा असर पड़ा है। लॉक डाउन के 26 दिन बीतने के कारण मजदूरों एवं आम लोगो को राशन सामग्री की भारी दिक्कत हो रही है।
सेवा ही धर्म है और कोई भूखा न रहे के संकल्प को अपने जीवन का ध्येय बना चुके सारण जिले के मशरक प्रखंड के सिकटी गांव के निवासी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ अधिकारी एवं गंगा समग्र अभियान के प्रदेश संयोजक श्री अजय यादव केवल सारण जिले के प्रवासी मजदुरों को ही नही पूरे सारण प्रमंडल सहित पूरे बिहार के प्रवासी मजदुरों को बिभिन्न माध्यमो से हर संभव राशन सामग्री समेत अन्य सुविधाएं मुहैया करवा रहे है।
बिभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना के आधार पर दिल्ली, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक,चेन्नई, मध्यप्रदेश, आसाम,सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश,छत्तीसगढ़,पंजाब, गुजरात, दादर नगर हवेली, मुम्बई, बंगाल के सैकड़ों लोगों को अभी तक राशन- सामग्री मुहैया करवायी गयी है। सभी प्रवासी मजदुरों ने राशन- सामग्री प्राप्त होने पर श्री यादव को धन्यवाद दिया है और कहा की संकट की घड़ी में ही अपनो की पहचान होती है।
श्री यादव ने कहा की यह संकट की घड़ी है इसीलिए जो जहां है वही रहे और लॉक डाउन का पालन करते हुए जरूरतमंद एवं असहाय लोगो की मदद के लिए आगे आना चाहिए। स्तिथि सामान्य होते ही सभी मजदूरों को अपने स्थान पर बुलाने की व्यबस्था सरकार करेगी। इस वैश्विक महामारी के समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी सभी प्रवासी मजदुरों के लिए दिन- रात चिंतित है और हरसंभव मदद के लिए कृत-संकल्पित है।